“देख रहा है न विनोद?” — जो कभी हल्की-फुल्की बातचीत और देसी कॉमिक टाइमिंग का गांव था, अब वहां राजनीति का असली ताप महसूस हो रहा है। वेब सीरीज़ पंचायत का चौथा सीज़न एक गंभीर मोड़ पर आकर खत्म हुआ, जहां गोलीकांड, बनराकस की सत्ता में एंट्री और रिश्तों की उलझन ने दर्शकों के दिलों को झकझोर दिया। अब Panchayat Season 5 की शुरुआत इन्हीं सवालों और ट्विस्ट्स से होगी, जो कहानी को और भी दमदार बनाने जा रहे हैं।

गोली चली — लेकिन किसने चलवाई?
सचिव जी को विदा करने बस स्टैंड तक पहुंचे, लेकिन तभी कुछ ऐसा हुआ, जिसने फुलेरा की शांत फिजाओं को दहला दिया, अचानक गोलियों की आवाज़ गूंजी और सबकुछ एक पल में ठहर सा गया ये गोली लगती है प्रधानपति जी को, जो विधायक चंद्र किशोर के भ्रष्टाचार के खिलाफ लगातार आवाज़ उठा रहे थे। दर्शकों में सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या यह गोली वास्तव में सांसद जी ने बनराकस के जरिए चलवाई थी? क्या यह सत्ता की कुर्सी बचाने के लिए की गई एक साजिश थी, या कोई और इसके पीछे है? यह रहस्य अब Panchayat Season 5 की सबसे बड़ी गुत्थी बनने वाला है, और संभव है कि कहानी में जांच एजेंसियों की एंट्री भी हो।
Banrakas won 🏆 the election.
— Avinashi (@Political_Gutu) June 24, 2025
Karye meeting meeting.#panchayatseason4#PanchayatOnPrime pic.twitter.com/Gx4UGwqNnK
बनराकस प्रधान बन चुका है — लेकिन क्या वो गांव चला पाएगा?
इधर दूसरी तरफ, बनराकस अब फुलेरा पंचायत का नया प्रधान बन चुका है। लेकिन नेतृत्व की असली परीक्षा अब शुरू होगी। जिस बनराकस को अब तक लोग ‘हंसी का पात्र’ समझते थे, वह अब अपनी ताकत और सत्ता का इस्तेमाल करने को तैयार बैठा है। वह सरकारी योजनाओं का फायदा खुद उठाएगा या जनता के लिए कुछ करेगा, यह देखने वाली बात होगी। पब्लिक को लग रहा है कि अब गांव में घमंड, गड़बड़ी और गुटबाजी का नया दौर शुरू होगा — जहां पुराने साथी या तो किनारे कर दिए जाएंगे या खुद ही फिर से एकजुट होकर चुनौती देंगे।
क्या फर्जी तारीख से जीता गया प्रधानी चुनाव
पंचायत सीज़न 4 में एक सीन ऐसा आता है, जो पूरे चुनाव नतीजों पर सवाल खड़ा कर देता है। बनराकस, जो चुनाव में खड़ा हुआ था, वोटों की गिनती से पहले ही अपने साथी विनोद से कहता है — “मैं 73 वोट से जीत गया हूं…”। यह बात साफ तौर पर संदेह पैदा करती है, क्योंकि उस समय तक चुनाव का आधिकारिक परिणाम घोषित नहीं हुआ था। अब सवाल यह उठता है कि बनराकस को यह सटीक आंकड़ा कैसे पता चला? या तो उसे अंदर की जानकारी पहले से दे दी गई थी, या फिर यह पूरा चुनाव नतीजा पहले से सेट कर दिया गया था। यह सीधा संकेत करता है कि शायद बनराकस और क्षेत्र के विधायक या सांसद जी ने मिलकर चुनावी नतीजों को पहले से ही मैनेज कर लिया था
Panchayat Season 5 में अगर यह कहानी दिखती है कि बनराकस और विधायक ने मिलकर फर्जी तरीके से चुनाव जीतकर सत्ता हथिया ली है, तो यह पंचायत की कहानी को गंभीर और रियल पॉलिटिक्स के बहुत करीब ले आएगा।
और फिर — शायद यही वजह बनेगी कि प्रह्लाद चाचा जैसे ईमानदार लोग राजनीति में आएं, और सचिव जी, विकास, उप-प्रधान जैसे किरदार फिर से एक हो जाएं, ताकि गांव को वापस ईमानदार नेतृत्व मिल सके।

सचिव जी बनेंगे MBA वाले बाबू, या रहेंगे रिंकी के बाबू?
इसी सत्ता की लड़ाई के बीच एक और इमोशनल मोर्चा खुलने वाला है — सचिव जी और रिंकी के बीच। दोनों का रिश्ता अब केवल इशारों और मंद मुस्कानों तक सीमित नहीं रहा। लेकिन अब जब सचिव जी को MBA में एडमिशन का मौका मिलेगा, तो सवाल उठेगा — क्या वह गांव और रिंकी को छोड़कर शहर की ओर निकल जाएंगे? क्या वह अपने करियर को चुनेंगे या उस लड़की को जिसे उन्होंने मंदिर के पीछे छुप-छुप कर देखा था? कुछ फैंस का यह भी मानना है कि दोनों ने गुपचुप शादी कर ली है, और Panchayat Season 5 में इसका खुलासा हो सकता है। वहीं कुछ लोग मानते हैं कि सचिव जी गांव छोड़ देंगे, लेकिन फिनाले में किसी फिल्मी हीरो की तरह वापसी करेंगे।

प्रह्लाद चाचा — अब सिर्फ उप-प्रधान नहीं, भविष्य के विधायक?
इस सबके बीच एक किरदार और है जो दिलों में घर कर चुका है — प्रह्लाद चाचा। अपने बेटे की शहादत के बाद वह पहले जैसे नहीं रहे। अब वह गंभीर, संवेदनशील और जनता के प्रति जवाबदेह हैं। चर्चाएं हैं कि Panchayat Season 5 में उन्हें विधायक का टिकट मिल सकता है और वे सीधा मुकाबला करेंगे सांसद चंद्र किशोर से। यदि ऐसा होता है तो फुलेरा गांव की राजनीति का ग्राफ ब्लॉक से बढ़कर विधानसभा तक जा पहुंचेगा।

क्या पुरानी पंचायत टीम एक बार फिर साथ आएगी?
और अब सबसे बड़ा सवाल — क्या पंचायत की पुरानी टीम फिर से एकजुट होगी? सचिव जी, विकास, उप-प्रधान प्रह्लाद और पूर्व प्रधानपति मनोज — ये चारों क्या मिलकर बनराकस को सत्ता से हटाएंगे? क्या ये लोग एक ‘गुप्त गठबंधन’ बनाकर गांव में बदलाव की लहर ला सकेंगे? दर्शकों को यही उम्मीद है कि पंचायत की यह मूल टीम, बनराकस जैसे स्वार्थी नेता के खिलाफ खड़ी होगी और गांव को दोबारा सही रास्ते पर ले जाएगी।
पंचायत अब सिर्फ कॉमेडी नहीं, बल्कि सामाजिक सच्चाई है
Panchayat Season 5 में सिर्फ सत्ता और संबंधों की कहानी नहीं होगी, बल्कि गांव की असली समस्याएं भी सामने आएंगी — जैसे बिजली, पानी, सड़क, राशन और महिलाओं की भागीदारी। यह सीज़न दर्शकों को हंसाएगा भी, रुलाएगा भी और सोचने पर मजबूर भी करेगा। रिंकी जैसे किरदार शायद इस बार पंचायत में सक्रिय भूमिका निभाएं, और युवाओं का नजरिया भी उभरकर सामने आए।

फुलेरा अब सिर्फ गांव नहीं, इंडिया का मिरर है।
तो अब जबकि कहानी में हर मोर्चे पर टकराव है — राजनीतिक भी, भावनात्मक भी और सामाजिक भी — पंचायत सीज़न 5 बन चुका है सिर्फ मनोरंजन नहीं, बल्कि एक गांव की सच्चाई का आइना। जहां पहले सिर्फ हंसी थी, अब वहां सत्ता की भूख, प्यार की परख और दोस्ती की अग्निपरीक्षा है।
और हां…
“देख रहा है न विनोद?”
अबके बार सिर्फ मुस्कान नहीं, तालियों के साथ आंखें भी नम होंगी।
No Comments Yet