Raj Kapoor के 100वें जन्मदिवस पर उनकी यादगार फिल्मों और गानों का जश्न
13 दिसंबर 2024 , नई दिल्ली
Raj Kapoor, भारतीय सिनेमा के महान शोमैन, ने अपनी अद्भुत फिल्मों और यादगार गानों से दर्शकों का दिल जीता। उनके अभिनय के साथ ही उनकी फिल्मों के गाने भी इतने प्रभावशाली थे कि आज भी वे लोगों की पसंदीदा सूची में शामिल हैं। उनकी फिल्मों के गाने न केवल मनोरंजन करते हैं, बल्कि जीवन के विभिन्न पहलुओं को गहराई से उजागर भी करते हैं। Raj Kapoor की फिल्मों में गाए गए गाने अक्सर सादगी, रोमांस और भावनात्मक गहराई का प्रतीक रहे हैं।
Raj Kapoor और मुकेश का अद्भुत साथ
Raj Kapoor की फिल्मों के गाने अक्सर मुकेश की आवाज़ में होते थे। राज कपूर, मुकेश को अपनी आवाज़ मानते थे। हालांकि, मन्ना डे, मोहम्मद रफी और लता मंगेशकर जैसे गायकों ने भी उनकी फिल्मों में अपनी आवाज़ का जादू बिखेरा।
Raj Kapoor के 10 अमर गाने, जो आज भी दिलों पर राज करते हैं:
आवारा हूं
1951 में आई फिल्म आवारा का यह गाना आज भी लोगों के दिलों पर राज करता है। इसे शैलेंद्र ने लिखा और मुकेश ने गाया। यह गाना राज कपूर की बहुमुखी प्रतिभा का प्रमाण है।
किसी की मुस्कुराहटों पे हो निसार
1959 की फिल्म अनाड़ी का यह गाना जिंदगी के सकारात्मक दृष्टिकोण को दर्शाता है। ऋषिकेश मुखर्जी के निर्देशन में बना यह गाना राज कपूर की सोच और सादगी को उजागर करता है।
रात भीगी भीगी
1956 की फिल्म चोरी-चोरी का यह गाना नरगिस और राज कपूर की ऑनस्क्रीन केमिस्ट्री को बखूबी दिखाता है। मन्ना डे और लता मंगेशकर की आवाज़ में यह गाना एक क्लासिक रोमांटिक गीत है।
मेरा जूता है जापानी
1955 की फिल्म श्री 420 का यह गाना राष्ट्रीयता और आत्मसम्मान का प्रतीक है। यह गाना राज कपूर की आवाज़ और उनके व्यक्तित्व को दर्शाता है।
मुड़ मुड़ के न देख
श्री 420 का यह गाना मजेदार और रोचक किस्से पर आधारित है। शंकर-जयकिशन के संगीत और शैलेंद्र के बोल ने इसे सदाबहार बना दिया।
रमैया वस्तावैया
श्री 420 का यह गाना मोहम्मद रफी, लता मंगेशकर और मुकेश की आवाज़ में आज भी अमर है। इसका तमिल में अर्थ “यहां कब आओगे” है।
दोस्त दोस्त ना रहा
1964 की फिल्म संगम का यह गीत दोस्ती और प्यार की भावनाओं को गहराई से व्यक्त करता है। मुकेश की आवाज़ ने इस गाने को और खास बना दिया।
प्यार हुआ इकरार हुआ
श्री 420 का यह गाना, जिसमें छाते वाला सीन है, रोमांस का प्रतीक है। इसे फिल्म से हटाने की बात की जा रही थी, लेकिन यह गाना फिल्म की आत्मा साबित हुआ।
छलिया मेरा नाम
1960 की फिल्म छलिया का यह गाना आज भी लोगों के दिलों में बसा हुआ है। इसमें राज कपूर और नूतन की जोड़ी नजर आई।
आजा सनम मधुर चांदनी में हम
चोरी-चोरी का यह गाना मन्ना डे और लता मंगेशकर की आवाज़ में एक खूबसूरत प्रेम गीत है।
Raj Kapoor के 100वें जन्मदिन पर उनकी सिनेमाई विरासत का सम्मान
राज कपूर के 100वें जन्मदिवस के मौके पर उनकी यादों को ताजा करते हुए, उनकी फिल्मों और गानों का जश्न मनाना, भारतीय सिनेमा के लिए गर्व की बात है। उनकी फिल्में और गाने आज भी उनकी अनमोल विरासत को जीवंत बनाए हुए हैं।
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