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Thursday, September 11, 2025

‘Mandala Murders’ Review: अंधविश्वास, राजनीति और सिस्टम की सच्चाई पर आधारित मर्डर मिस्ट्री, वैभव ने जीता दिल, वाणी रहीं फीकी

‘Mandala Murders’ में वैभव का धमाका, वाणी की इमोशनल परफॉर्मेंस रही फीकी

Suditi Raje | Published: July 25, 2025 19:40 IST, Updated: July 25, 2025 19:40 IST
‘Mandala Murders’ Review: अंधविश्वास, राजनीति और सिस्टम की सच्चाई पर आधारित मर्डर मिस्ट्री, वैभव ने जीता दिल, वाणी रहीं फीकी

नई दिल्ली, 25 जुलाई 2025

रेटिंग: ⭐⭐⭐ (3/5)

नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई वेब सीरीज ‘Mandala Murders’ एक साधारण मर्डर मिस्ट्री नहीं है। यह अपराध की कहानी के साथ-साथ अंधविश्वास, पॉलिटिक्स और सिस्टम की खामियों को भी दिखाने की कोशिश करती है। हालांकि, कहानी को रोचक बनाने के प्रयास में कई जगह अनावश्यक ड्रामा जुड़ गया, जिससे प्रभाव थोड़ा कम हो जाता है।

कहानी का अंदाज


सीरीज की शुरुआत एक रहस्यमयी हत्या से होती है, लेकिन आगे बढ़ते-बढ़ते यह कहानी अंधविश्वास, पुराने रहस्यों और राजनीतिक चालों से होकर गुजरती है। इसका बैकग्राउंड डार्क है और कैमरे का काम इसे और गहराई देता है।

वाणी कपूर का ओटीटी डेब्यू: मिला मिला-जुला रिस्पॉन्स


वाणी कपूर पहली बार ओटीटी पर नजर आई हैं। शुरुआती एपिसोड्स में उनका किरदार शांत और प्रोफेशनल दिखता है, एक्शन सीक्वेंस में भी वह ठीक लगती हैं। लेकिन जब इमोशनल सीन्स आते हैं—जैसे दुख, डर या गुस्से के पल—तो उनका परफॉर्मेंस उम्मीदों पर खरा नहीं उतरता। उनके हावभाव और डायलॉग डिलीवरी में भावनाओं की कमी साफ महसूस होती है।

वैभव राज गुप्ता ने लूटी महफ़िल


‘गुल्लक’ से लोकप्रिय हुए वैभव राज गुप्ता इस सीरीज की सबसे बड़ी ताकत हैं। उनका किरदार विक्रम सिंह सख्त दिखता है लेकिन अंदर से टूटा हुआ है। उनकी आंखों में डर, गुस्सा और दर्द सब एक साथ झलकता है। वैभव ने हर सीन में गहराई और सच्चाई डाली है, जिससे दर्शक उनसे जुड़ जाते हैं।

सुरवीन चावला का दमदार रोल


सुरवीन चावला ने एक चालाक और रहस्यमयी पॉलिटिशियन अनन्या भारद्वाज की भूमिका निभाई है। उनका किरदार भले ही लंबा नहीं है, लेकिन हर सीन में प्रभाव छोड़ता है। उनकी परफॉर्मेंस संतुलित और प्रभावशाली है।

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अन्य कलाकारों का योगदान


श्रीया पिलगांवकर फ्लैशबैक सीन्स में नजर आती हैं और कहानी में अहम मोड़ लाती हैं। बाकी कलाकारों ने भी अपने किरदारों को बखूबी निभाया है, जिससे सीरीज का वातावरण असली लगता है।

कमजोर कड़ियां

  • रोमांटिक सीन्स और कुछ बैकस्टोरीज अनावश्यक लगती हैं।

  • टाइमलाइन जटिल है, जिसे समझने में मेहनत लगती है।

  • क्लाइमेक्स में सभी सवालों के जवाब नहीं मिलते, जिससे निराशा होती है।

सीरीज की खासियत

  • डार्क और रियलिस्टिक विजुअल्स।

  • सिस्टम की खामियों और सामाजिक मुद्दों को छूने की कोशिश।

  • वैभव राज गुप्ता का शानदार अभिनय।

देखें या छोड़ें?



अगर आप तेज-तर्रार थ्रिलर पसंद करते हैं, तो यह सीरीज आपको धीमी लग सकती है। लेकिन गहराई वाली कहानियों और दमदार एक्टिंग के शौकीन हैं, तो ‘Mandala Murders’ एक बार जरूर देखें।

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