“Goongoonalo” का ऐतिहासिक लॉन्च: भारत का पहला आर्टिस्ट-ओन कल्चरल ऐप संगीत की दुनिया में क्रांति लाने को तैयार

अनरिलीज़ क्लासिक्स से लेकर फैनवर्स तक, हर रचनात्मक आत्मा को मिलेगा अपना मंच
12 मई 2025 , मुंबई।
भारतीय संगीत जगत में 5 मई 2025 को एक ऐतिहासिक अध्याय जुड़ गया जब दिग्गज कलाकारों की उपस्थिति में “गुनगुनालो” नामक भारत का पहला आर्टिस्ट-ओन कल्चरल ऐप लॉन्च किया गया। यह भव्य आयोजन मुंबई के जियो वर्ल्ड, बीकेसी, बांद्रा के स्टूडियो थिएटर में आयोजित हुआ, जहां संगीत, साहित्य और संस्कृति से जुड़ी 30 से अधिक प्रसिद्ध हस्तियों ने इस पहल को समर्थन दिया।
इस मंच के उद्घाटन अवसर पर गीतकार और कवि जावेद अख्तर, संगीतकार शंकर महादेवन, गायक सोनू निगम, लेखक प्रसून जोशी, गीतकार समीर अंजान, संगीतकार सलीम मर्चेंट, शास्त्रीय गायिका अरुणा साईराम, गायक हरिहरन, संगीतकार जोड़ी आनंद-मिलिंद, संगीत निर्देशक राजू सिंह, और मनन शाह सहित कई प्रतिष्ठित कलाकार उपस्थित रहे।
क्या है “गुनगुनालो”?
“गुनगुनालो” एक डिजिटल प्लेटफॉर्म है जिसे कलाकारों ने कलाकारों के लिए ही बनाया है। यह केवल संगीत तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें कविता, कहानी, और अन्य रचनात्मक अभिव्यक्तियों को भी स्थान दिया गया है। इस ऐप पर दर्शकों को मिलेगा:
ओरिजिनल कंटेंट
अनरिलीज़ क्लासिक्स
मास्टर क्लासेस
जैम सेशंस
ओपन माइक
फैंस के साथ डायरेक्ट कनेक्शन
लिरिक्स लैब और वर्चुअल वर्कशॉप्स
कलाकारों का सपना बना हकीकत
जावेद अख्तर ने कहा,
“यह पहली बार हुआ है जब म्यूजिशियन, गीतकार और गायक मिलकर एक कंपनी के मालिक बने हैं। अब कोई प्रोड्यूसर या म्यूजिक लेबल उनकी रचनात्मकता को सीमित नहीं कर सकेगा।”

शंकर महादेवन बोले, “गुनगुनालो कलाकारों का सपना है, जो वर्षों से देखा जा रहा था। आज वह सपना साकार हुआ है।”
सोनू निगम ने साझा किया, “90 के दशक में हम जो आज़ादी चाहते थे, वह अब इस प्लेटफॉर्म के माध्यम से संभव हो पाई है।”
प्रसून जोशी ने कहा, “यह मंच कलाकारों को अपनी बात कहने का स्पेस देता है, जहां वे बंधनों से मुक्त होकर रच सकते हैं।”
टेक्नोलॉजी और नेतृत्व
इस ऐप को टेक्नोलॉजी विशेषज्ञ श्रीधर रंगनाथन ने डेवेलप किया है। वहीं इसकी सीईओ हैं शरली सिंह, जिन्होंने कहा,
“गुनगुनालो गणित को बदलने वाला मंच है। यहां आर्टिस्ट अपने कंटेंट के मालिक हैं और रेवेन्यू में भागीदार भी।”
अन्य प्रमुख आवाजें
हरिहरन: “यह मंच शुद्ध संगीत को बढ़ावा देगा।”
सलीम मर्चेंट: “अब हम अपनी भावना के अनुसार गीत बना सकेंगे।”
सुलेमान मर्चेंट: “यह भारत का पहला आर्टिस्ट-ओन स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म है।”
राजू सिंह: “अब हम वे सपने भी पूरे कर सकेंगे जिन्हें बाजार ने दबा दिया था।”
आनंद-मिलिंद: “अब हम शायरी और मेलोडी को फिर से जिंदा करेंगे।”
अरुणा साईराम: “अब मैं शास्त्रीय से बाहर निकलकर कुछ नया कर सकती हूं।”

पापोन: “दुनिया में ऐसा कोई प्लेटफॉर्म नहीं है, जो इतनी आज़ादी दे।”
शान: “यह शुरुआत दिल से हुई है, और इसका परिणाम भी दिल को छूने वाला होगा।”
एहसान नूरानी: “यह शुद्ध और नई सोच वाला संगीत लाएगा।”
श्वेता मोहन: “यह ऐप इंडिपेंडेंट म्यूजिक की आत्मा को जीवित रखेगा।”
अनुषा मणि: “अब हम अपने म्यूजिक से कमाई भी कर सकेंगे।”
मनन शाह: “यह प्लेटफॉर्म कलाकारों के लिए वरदान साबित होगा।”
अमिताभ भट्टाचार्य: “अब मेरे जैसे कलाकार भी अपने अधूरे सपनों को पूरा कर सकेंगे।”
सिद्धार्थ महादेवन: “हर कलाकार एक-दूसरे को प्रमोट करेगा, जिससे गानों की पहुंच व्यापक होगी।”
क्या है खास?
गुनगुनालो ओरिजिनल्स के तहत सबसे पहला गीत श्रेया घोषाल का होगा।
अरिजीत सिंह गायकी की वर्कशॉप करेंगे, इरशाद कामिल लिरिक्स लैब में मार्गदर्शन देंगे और सलीम-सुलेमान प्रोडक्शन सत्र संचालित करेंगे।
“फैनवर्स” नामक फीचर के तहत फैंस खुद मर्चेंडाइज डिज़ाइन करेंगे, क्राउडफंडिंग करेंगे और अपने पसंदीदा कलाकारों से वर्चुअल रूप में जुड़ सकेंगे।
समापन संदेश
शंकर महादेवन ने समापन पर कहा,
“अब समय आ गया है कि भारत की सांस्कृतिक आत्मा को नया डिजिटल मंच मिले। गुनगुनालो वही मंच है जहां अरुणा साईराम और सोनू निगम, या कौशिकी चक्रवर्ती और विशाल-शेखर जैसे असाधारण कोलेब्रेशन देखे जा सकेंगे।”
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