‘Loka: Chapter 1 Chandra’ Review – रहस्यमयी चंद्रा की कहानी, एक्टिंग और…
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लो बजट में बनी मलयालम फिल्म ‘Loka’ ने बॉक्स ऑफिस पर दिखाई ताकत
नई दिल्ली , 04 सितंबर 2025
मलयालम फिल्म ‘Loka: Chapter 1 Chandra’ अपनी रिलीज़ के साथ ही चर्चा में आ चुकी है। पहले इसे सिर्फ मलयालम भाषा में रिलीज़ किया गया था और उसी हफ्ते यह सुपरस्टार मोहनलाल की फिल्म ‘हृदयपूर्वम’ से तीन गुना ज्यादा कलेक्शन करने में कामयाब रही। इसके बाद फिल्म को तमिल, तेलुगु और अब हिंदी में भी रिलीज़ किया गया है। दिलचस्प बात यह है कि जहां पहले हिंदी में इसके केवल दो शो चल रहे थे, वहीं अब दिल्ली-एनसीआर में ही लगभग 20 शो हो रहे हैं।
कहानी
फिल्म की कहानी रहस्यमयी लड़की चंद्रा (कल्याणी प्रियदर्शन) पर आधारित है, जो स्वीडन से आकर बेंगलुरु में रहने लगती है। उसके अपार्टमेंट के सामने रहते हैं सनी (नास्लेन) और उसके दो दोस्त नाइजिल (अरुण कुरियन) व वेणू (चंदू सलीमकुमार)। सनी, चंद्रा को पसंद करने लगता है और उससे दोस्ती बढ़ाने की कोशिश करता है।
चंद्रा अपनी पहचान छिपाते हुए एक रेस्टोरेंट में काम करने लगती है, जहां वह अपनी सहकर्मी को परेशान कर रहे मुर्गेसन नाम के गुंडे को सबक सिखाती है। मुर्गेसन शहर में अंग तस्करी का धंधा चलाता है और इसमें उसका साथ देता है इंस्पेक्टर नाचियप्पा गौड़ा (सैंडी)। दोनों मिलकर चंद्रा को फंसाने की कोशिश करते हैं और एक रात उसका अपहरण कर लेते हैं। अब कहानी इस रहस्य पर टिकी है कि चंद्रा इन दोनों से कैसे बचेगी और उसका असली अतीत क्या है।
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निर्देशन
डोमिनिक अरुण ने फिल्म को डायरेक्ट किया है। यह उनकी दूसरी फिल्म है। पहले हाफ में उन्होंने रोमांच और सस्पेंस को अच्छी तरह से बनाए रखा, खासकर चंद्रा की असली पहचान को उजागर करने का अंदाज़ काबिल-ए-तारीफ है। हालांकि, दूसरा हाफ थोड़ा खिंचा हुआ लगता है और कहानी कुछ जगहों पर भटकती भी है। चूंकि यह फिल्म एक यूनिवर्स की पहली कड़ी है, इसलिए अधूरापन महसूस होता है। इसके बावजूद अरुण का निर्देशन प्रभावशाली कहा जा सकता है।
अभिनय
कल्याणी प्रियदर्शन फिल्म की जान हैं। वो जितनी मासूम नज़र आती हैं, उतनी ही दमदार और खतरनाक भी लगती हैं। उनके बचपन का किरदार निभाने वाली बाल कलाकार ने भी अच्छा काम किया है।
विलेन के रोल में सैंडी बेहद असरदार हैं। भ्रष्ट पुलिस वाले का किरदार निभाते हुए वे डराने में कामयाब रहे हैं। वहीं नास्लेन और उनके दोस्त फिल्म में मज़ेदार हल्के पल लेकर आते हैं। कैमियो रोल्स में टोविनो थॉमस और सौबिन शाहिर की मौजूदगी सरप्राइज़ का काम करती है। खासतौर पर दुलकर सलमान का अंत में आना तो फैंस के लिए बोनस जैसा है।
खासियत
- शानदार सिनेमैटोग्राफी और कैमरा वर्क
- जबरदस्त एक्शन सीक्वेंस, यहां तक कि एक छोटी बच्ची भी धमाकेदार एक्शन करती दिखती है
- कसा हुआ पहला हाफ और दमदार बैकग्राउंड म्यूजिक
कमियां
- फिल्म का दूसरा हाफ थोड़ा ढीला और खिंचा हुआ लगता है
- कुछ किरदार अधूरे रह गए, शायद उन्हें अगले पार्ट में विस्तार मिलेगा
- सुपरहीरो के बार-बार कमजोर दिखने से कहानी थोड़ी खीज पैदा करती है
क्यों देखें?
अगर आप नई और अलग तरह की कहानियों के शौकीन हैं तो यह फिल्म जरूर देखनी चाहिए। खासतौर पर इसलिए भी कि भारतीय सिनेमा में फीमेल सुपरहीरो वाली फिल्में बहुत कम देखने को मिलती हैं और जब कोई फिल्म इतनी चर्चा बटोर रही हो, तो उसे मिस करना ठीक नहीं।
और हां, फिल्म खत्म होने के बाद भी स्क्रीन पर बने रहिए, क्योंकि एंड क्रेडिट्स के बाद का सीन देखने लायक है।
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