‘Chandu Champion’ से मुरलीकांत पेटकर की कहानी को मिली नई पहचान
18 जनवरी 2025, नई दिल्ली
भारत के पहले पैरालिंपिक स्वर्ण पदक विजेता, महान मुरलीकांत पेटकर को उनकी अद्वितीय उपलब्धियों के लिए हाल ही में अर्जुन पुरस्कार (लाइफटाइम) से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन्हें उनकी ऐतिहासिक उपलब्धि के 52 साल बाद प्रदान किया गया, जो उनके अदम्य साहस और खेलों में उत्कृष्टता का प्रमाण है।
मुरलीकांत पेटकर ने इस सम्मान पर अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए कहा, “मैं प्रतिष्ठित अर्जुन लाइफटाइम अवार्ड प्राप्त करने के लिए वास्तव में अभिभूत और आभारी हूं। यह सम्मान केवल मेरी व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं है, बल्कि यह उन सभी महान लोगों के सामूहिक प्रयासों और विश्वास का प्रतीक है जिन्होंने मेरे सफर में साथ दिया। मैं साजिद नाडियाडवाला जी का दिल से धन्यवाद करता हूं, जिन्होंने मेरी कहानी पर विश्वास किया और फिल्म ‘चंदू चैंपियन’ के माध्यम से इसे बड़े पर्दे पर जीवंत किया। उनके अडिग समर्थन ने इस कहानी को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया।”
उन्होंने निर्देशक कबीर खान और अभिनेता कार्तिक आर्यन का भी विशेष रूप से आभार व्यक्त किया। पेटकर ने कहा, “कबीर खान ने मेरी यात्रा को सबसे प्रामाणिक तरीके से बड़े पर्दे पर प्रस्तुत किया और कार्तिक ने मेरी कहानी को बेहद खूबसूरती से निभाया। यह क्षण जितना मेरा है, उतना ही पूरी ‘चंदू चैंपियन’ टीम का भी है। मैं उन सभी का आभारी हूं, जिन्होंने इस फिल्म के माध्यम से देश के अनगिनत लोगों को प्रेरित किया।”
खेलों में बहुआयामी प्रतिभा के धनी मुरलीकांत पेटकर ने पैरा-स्विमिंग में उत्कृष्टता प्राप्त करने से पहले कई अन्य खेलों में भी भाग लिया। वे साहस, समर्पण और ऐतिहासिक सफलता के प्रतीक हैं, जिन्होंने भारत के खेल इतिहास में स्वर्णिम अध्याय जोड़ा है।
उनकी प्रेरणादायक कहानी को बड़े पर्दे पर लाने के लिए साजिद नाडियाडवाला और उनकी टीम का योगदान प्रशंसनीय है, जिसने मुरलीकांत पेटकर की संघर्षमय और गौरवपूर्ण यात्रा को जन-जन तक पहुंचाया।