नई दिल्ली , 21 अगस्त 2025
हर साल 21 अगस्त को विश्व वरिष्ठ नागरिक दिवस (World Senior Citizen Day) मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य बुजुर्गों के अनुभव, संघर्ष और योगदान को सम्मान देना है। बॉलीवुड ने भी समय-समय पर ऐसी कई फिल्में बनाई हैं, जिनमें बुजुर्गों के रिश्तों, उनकी भावनाओं और जीवन के अलग-अलग पहलुओं को खूबसूरती से दर्शाया गया है। आइए नज़र डालते हैं उन चुनिंदा फिल्मों पर, जिन्हें इस दिन देखकर बुजुर्गों के महत्व और उनके साथ बिताए पलों को और गहराई से महसूस किया जा सकता है।
1. बागबान (2003)
अमिताभ बच्चन और हेमा मालिनी की यह फिल्म हर भारतीय परिवार के लिए खास है। इसमें दिखाया गया है कि किस तरह माता-पिता अपनी पूरी जिंदगी बच्चों के लिए समर्पित कर देते हैं, लेकिन बुढ़ापे में वही बच्चे उन्हें अलग कर देते हैं। यह फिल्म बुजुर्गों के प्रति सम्मान और परिवार के असली मायने समझाती है।
2. पीकू (2015)
दीपिका पादुकोण, अमिताभ बच्चन और इरफान खान अभिनीत यह फिल्म एक पिता और बेटी के रिश्ते की गहराई को दर्शाती है। फिल्म में बुजुर्गों की देखभाल, उनके साथ धैर्य और प्यार से पेश आने का खूबसूरत संदेश है।
3. कपूर एंड संस (2016)
ऋषि कपूर ने इसमें दादू का यादगार किरदार निभाया। फिल्म पारिवारिक रिश्तों, एक-दूसरे के राज़ और आपसी मतभेदों को बारीकी से दिखाती है। यह फिल्म यह भी बताती है कि पुरानी पीढ़ी की खामियां और कमजोरियां भी परिवार का अहम हिस्सा होती हैं।
4. बधाई हो (2018)
आयुष्मान खुराना, नीना गुप्ता और गजराज राव की यह फिल्म तब चर्चा में आई, जब इसमें शादी के 25 साल बाद मां बनने की कहानी दिखाई गई। सुरेखा सीकरी ने इसमें दादी का किरदार निभाया, जिसके लिए उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिला। फिल्म बुजुर्गों के परिवार में महत्व को खूबसूरती से पेश करती है।
5. 102 नॉट आउट (2018)
अमिताभ बच्चन और ऋषि कपूर की यह फिल्म दो बुजुर्गों के रिश्ते और उनकी सोच को हल्के-फुल्के अंदाज़ में दिखाती है। 102 साल का पिता और 75 साल का बेटा मिलकर जिंदगी की चुनौतियों का सामना करते हैं। यह फिल्म उम्र को सिर्फ एक संख्या बताती है।
6. द लास्ट कलर (2019)
नीना गुप्ता द्वारा अभिनीत यह फिल्म विधवा महिलाओं और उनके जीवन में रंगों के महत्व पर आधारित है। फिल्म समाज में बुजुर्गों के प्रति सोच को बदलने का संदेश देती है।
7. ऊंचाई (2022)
अमिताभ बच्चन, अनुपम खेर और बोमन ईरानी की इस फिल्म में दोस्ती और जुनून की कहानी है। तीन बुजुर्ग दोस्त अपने चौथे दोस्त की अंतिम इच्छा पूरी करने के लिए उम्र की परवाह किए बिना एवरेस्ट बेस कैंप तक की यात्रा करते हैं।
8. गुडबाय (2022)
अमिताभ बच्चन और नीना गुप्ता की यह फिल्म एक परिवार की भावनात्मक कहानी है। इसमें दिखाया गया है कि कैसे एक मां की मृत्यु के बाद परिवार बिखर जाता है और पिता अकेलेपन से जूझते हैं। यह फिल्म आज की पीढ़ी को रिश्तों की अहमियत समझने का संदेश देती है।
इन फिल्मों के ज़रिए बॉलीवुड ने बार-बार यह साबित किया है कि बुजुर्ग हमारे जीवन की सबसे बड़ी पूंजी हैं। उनका अनुभव, उनका स्नेह और उनका धैर्य परिवार और समाज दोनों के लिए अमूल्य है। विश्व वरिष्ठ नागरिक दिवस पर इन फिल्मों को देखकर न केवल मनोरंजन मिलता है, बल्कि रिश्तों की अहमियत भी और गहराई से समझ आती है।
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