Yashpal Sharma की प्रमुख फिल्में
उन्होंने लगान (2001), गंगाजल (2003), अब तक छप्पन (2004), अपहरण (2005), सिंह इज़ किंग (2008), आरक्षण (2011), राउडी राठौर (2012), अयोथी (2023), और कुड़ी हरियाणे वाल दी (2024) जैसी प्रमुख फिल्मों में दमदार भूमिकाएं निभाईं हैं।
टेलीविज़न में Yashpal Sharma की वापसी
2014 में यशपाल शर्मा ने ‘नीली छतरी वाले’ शो से टेलीविज़न पर वापसी की, जिसमें उन्होंने भगवानदास का किरदार निभाया — एक आम आदमी जो जीवन की समस्याओं का सामना आस्था और हास्य के साथ करता है। इस शो में उनकी भूमिका को दर्शकों और समीक्षकों ने बेहद सराहा।
इसके अलावा वे तारक मेहता का उल्टा चश्मा में डॉन राणा और ज़ी टीवी के शो ‘मेरा नाम करेगी रोशन’ में कुँवर सिंह के किरदार में भी नजर आ चुके हैं।

टेलीविज़न पर वापसी से लेकर ‘दास कैपिटल’ में लीड रोल तक
मशहूर अभिनेता यशपाल शर्मा, जो भारतीय सिनेमा में अपनी गहरी और यथार्थवादी अदाकारी के लिए जाने जाते हैं, ने वर्ष 2014 में ज़ी टीवी के शो नीली छतरी वाले के माध्यम से टेलीविज़न पर शानदार वापसी की थी। इस शो में उन्होंने भगवानदास की मुख्य भूमिका निभाई — एक आम आदमी जो जीवन की जटिलताओं का सामना आस्था, हास्य और दृढ़ता के साथ करता है। उनकी इस भूमिका को वास्तविकता और भावनात्मक गहराई के लिए खूब सराहा गया, और यह उनकी छोटे पर्दे पर एक सफल वापसी साबित हुई।
टेलीविज़न में प्रभावशाली वापसी के बाद अब यशपाल शर्मा अपनी अगली फिल्म दास कैपिटल में लीड रोल में नजर आने वाले हैं। दिवंगत राजेन कोठारी द्वारा निर्देशित यह फिल्म भ्रष्टाचार, महत्वाकांक्षा और सामाजिक-राजनीतिक संघर्ष जैसे विषयों पर आधारित है। दास कैपिटल में यशपाल शर्मा की एक और दमदार प्रस्तुति देखने को मिलेगी, जिससे यह स्पष्ट होता है कि वह चरित्र-प्रधान भूमिकाओं के लिए एक भरोसेमंद नाम बने हुए हैं।
मुख्यधारा के काम के अलावा, यशपाल शर्मा ने युवाओं के नेतृत्व में बनाए गए प्रोजेक्ट्स का भी समर्थन किया है। इसका उदाहरण है द फेसबुक जेनरेशन नामक एक शॉर्ट डॉक्यूमेंट्री में उनकी छोटी लेकिन प्रभावशाली उपस्थिति। इस फिल्म का निर्देशन साहिल भारद्वाज ने किया था और यह हॉर्मनी 2012 के दौरान आयोजित रील टू रियल प्रतियोगिता की फाइनलिस्ट फिल्मों में शामिल रही। यह फिल्म इस बात का प्रमाण है कि शर्मा उभरती प्रतिभाओं और सामाजिक रूप से प्रासंगिक विषयों को बढ़ावा देने में विश्वास रखते हैं।
फिल्म, रंगमंच और टेलीविज़न के क्षेत्र में दो दशकों से अधिक का करियर रखने वाले यशपाल शर्मा आज भी भारतीय मनोरंजन उद्योग के सबसे बहुमुखी और सम्मानित कलाकारों में से एक हैं।

द फेसबुक जेनरेशन’ में Yashpal Sharma की विशेष उपस्थिति
मशहूर बॉलीवुड अभिनेता यशपाल शर्मा, जो लगान, गंगाजल और हज़ारों ख्वाहिशें ऐसी जैसी फिल्मों में अपनी दमदार अदाकारी के लिए पहचाने जाते हैं, ने द फेसबुक जेनरेशन नामक एक शॉर्ट डॉक्यूमेंट्री में एक उल्लेखनीय उपस्थिति दर्ज कराई। इस परियोजना का निर्देशन साहिल भारद्वाज ने किया था और इसे ब्लू स्ट्राइक प्रोडक्शन्स ने देव समाज मॉडर्न स्कूल के सहयोग से निर्मित किया था। इस फिल्म ने दर्शकों और समीक्षकों दोनों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया।
यह डॉक्यूमेंट्री हॉर्मनी 2012 के दौरान आयोजित प्रतिष्ठित रील टू रियल फिल्म निर्माण प्रतियोगिता का हिस्सा थी, जिसका आयोजन द ग्लोबल एजुकेशन एंड लीडरशिप फाउंडेशन (tGELF) द्वारा किया गया था। यह फिल्म युवाओं और सोशल मीडिया के बीच विकसित हो रहे संबंधों को दर्शाती है। अपने समसामयिक विषय और प्रभावशाली प्रस्तुति के चलते यह फिल्म प्रतियोगिता की शीर्ष 10 फाइनलिस्ट में शामिल हुई।
हालांकि यशपाल शर्मा की भूमिका इस फिल्म में छोटी थी, लेकिन उनकी मौजूदगी ने प्रोजेक्ट को गहराई और विश्वसनीयता प्रदान की। उनकी भागीदारी ने यह भी दर्शाया कि वे युवा-प्रेरित रचनात्मक पहलों और शैक्षिक कहानियों का समर्थन करते हैं। इस फिल्म में उनकी उपस्थिति यह भी दर्शाती है कि किस तरह सिनेमा और सामाजिक टिप्पणी के बीच का संबंध शॉर्ट फिल्म जैसे माध्यम में भी मजबूत हो रहा है।
यह डॉक्यूमेंट्री युवाओं और सोशल मीडिया के बदलते रिश्तों को दर्शाती है, और इसमें यशपाल शर्मा की उपस्थिति ने फिल्म को एक गहराई और विश्वसनीयता दी।
पने दो दशकों से भी अधिक के करियर में यशपाल शर्मा ने खुद को एक बहुआयामी और भरोसेमंद अभिनेता के रूप में स्थापित किया है। चाहे वह बड़े पर्दे की गहन भूमिकाएं हों, टेलीविज़न के पारिवारिक किरदार हों या शॉर्ट फिल्मों में युवाओं को प्रेरित करने वाला योगदान — यशपाल शर्मा हर मंच पर अपनी अभिनय प्रतिभा का प्रमाण देते हैं।
1 Comment